सोमवार, 14 मार्च 2016

अधर्मी इंसान

अब कैसे समझाऊं कलियुग के इंसान कुकर्मी को
शर्म हया को छोड़ सभी ने पहन लिया बेशर्मी को
बड़ी धर्म की बातें करते जो बस सोशल मंचों पर
आग लगा दूँ दिल कहता ऐसे इंसान अधर्मी को
🔥🔥🔥
कवि देवेन्द्र प्रताप सिंह “आग”
9675426080

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